● लाखो की लागत से बना डा०भीमराव अंबेडकर सामुदायिक केन्द्र डेढ दशक में ही जर्जर
● भवन भीतर बांधी जा रही भे़ड बकरियां, जुआड़ी और शराबियो का अड्डा बन सिमट गया लाखो का सामुदायिक भवन
अभिषेक यादव (जौनपुर)
महराजगंज क्षेत्र के कुछ चुनिन्दा गांवो में लांखो रूपये खर्च कर डा० भीमराव अम्बेडकर के नाम से सामुदायिक केन्द्र का निर्माण डेढ दशक पहले कराया गया था। लेकिन शासन सत्ता के बदलते ही सामुदायिक केन्द्र अपने उद्देश्यो से भटक गया। रख रखाव और मरम्मत के अभाव में लाखो की लागत से बना केन्द्र जर्जर गिरने के कगार पर है।
क्षेत्र के गद्दोपुर गांव में दलित बस्ती के बीच वर्ष 2008 -09 में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से सटा करीब 25 लाख रूपये की लागत से डा०भीमराव अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र का निर्माण तत्तकालिक सरकार द्वारा कुछ चुनिन्दा अम्बेडकर गांवो में इस नियत से कराया गया था कि दलित बस्ती के लोगो के बीच शादी विवाह आयोजन प्रायोजन बैठक व गांव की पंचायत किसी भी सार्वजनिक कार्यो के लिए यह डा० भीमराव अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र सुविधा जनक होगा। मौजूदा समय इस गद्दोपुर के सामुदायिक केन्द्र की स्थिति बद से भी बदतर है। सभी खिड़की दरवाजे जंग खाकर टूट गये है कुछ खिड़की दरवाजे चोर उच्चके उखाड़ ले गये भीतर बना शौचालय चोक दरवाजे टूटे है देख रेख के अभाव में वर्षो से दलित बस्ती के कुछ लोग अपने पशु गाय भैस भेड़ बकरी बाधने लगे है। भीतर हाल में लगी हजारो रूपये की टाइल्स समूची टूट गयी जिसे भीतर ही बीचो बीच इकठ्ठा टूटे टुकडे़ को रख दिया गया है। बाहर से दरवाजा बंद रहता है हाल के बाहर वाउन्ड्रीवाल में लगी हैण्डमप्प खराब पड़ी है बिजली की वाररिंग का कुछ अता पता ही नही है।
बस्ती के दलित रामनरेश नन्हेलाल ने बताया कि क्षेत्र मे टहल रहे आवारा पशुओ इसी केन्द्र मे बंद किये जाने के कारण टाइल्स टूट गयी थी जिसे एक जगह इकठ्ठा कर वही रख दिया गया है। ग्रामीण अभयराज , भगवान गौतम रमेश कुमार ने बताया कि सन् 2009 इस अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र का आधा अधूरा निर्माण जिस कार्य दायी संस्था ने कराया तब से आज तक कोई इसे देखने तक भी नही आया। इस विषय पर बीडीओ नीरज कुमार ने बताया कि शीघ्र ही क्षेत्र के सभी अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्रो की जांच कराई जायेगी।