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राखी बांधकर असहाय महिला ने लगाई गुहार, भावुक हुए अफसर |
जौनपुर। जिले के शाहगंज तहसील परिसर मे शनिवार को एक असहाय महिला ने एक अफसर को भाई मानकर राखी बांधी और अपने पति की जान बचाने की गुहार लगाई। महिला की आंखों से बहते आंसू और आवाज़ में छुपी बेबसी ने तहसील परिसर मे हर किसी को भावुक कर दिया।
आप को बता दे कि, ग्राम पक्खनपुर निवासी पार्वती यादव अपने पति अशोक यादव के इलाज के लिए मदद की तलाश में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचीं थीं। अशोक यादव बीते एक दशक से मुंह के कैंसर से जूझ रहे हैं। इलाज की भारी लागत और आर्थिक बदहाली के चलते अब उनका इलाज अधूरा रह गया है। कई सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बावजूद उन्हें कोई बड़ी मदद नहीं मिल सकी।
इसी उम्मीद के साथ पार्वती शनिवार को तहसील आईं, तभी एसडीएम कुणाल गौरव सभागार से बाहर निकल रहे थे। पार्वती ने अचानक उनका हाथ पकड़ लिया और भावनाओं से भरकर उन्हें राखी बांध दी। उसके बाद जो शब्द निकले, वो हर किसी का दिल चीर को चीर गया। रोते हुए कहा भैया मेरे पति की जान बचा लीजिए, मेरे पास कोई सहारा नहीं है। बेबस महिला की बात सुनते ही SDM साहब भावुक हो गए। उन्होंने महिला (पार्वती) को तुरंत अपने कार्यालय में बैठाकर पूरी बात को ध्यान से सुनी।
पार्वती ने बताया कि उनके पास न तो राशन कार्ड है, न ही आयुष्मान भारत योजना का कार्ड, और ऊपर से बिजली का भारी बिल भी आ गया है, जिससे घर की स्थिति बिगड़ जा रही है। स्थिति को समझते हुए SDM साहब ने तुरंत सप्लाई इंस्पेक्टर शिवशंकर यादव और बिजली विभाग के SDO को मौके पर बुलाया और राशन कार्ड बनवाने और बिजली बिल को संशोधित करने का निर्देश दिया।
SDM कुणाल गौरव ने भरोसा दिलाया, अब आप मेरी बहन हैं, आपकी हरसंभव सहायता की जाएगी। मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद दिलाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी ताकि आपके पति का इलाज हो सके। इस इंसानियत भरे कदम की जिले भर में तारीफ हो रही है।