जौनपुर। पाकिस्तान में भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘मिशन सिंदूर’ ऑपरेशन को लेकर जौनपुर की महिलाओं ने गर्व और आभार व्यक्त किया। महिलाओं ने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह कर यह साबित कर दिया कि अगर कोई देश भारत की तरफ आँख उठाकर देखेगा तो उसे करारा जवाब मिलेगा।
अबला नहीं, सबला है भारत की नारी
जौनपुर की महिलाओं ने कहा कि भारतीय सेना ने जिस तरह पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, उसने हर भारतीय महिला के आत्मसम्मान की रक्षा की है। उन्होंने कहा, सिंदूर का मतलब सिर्फ एक रंग नहीं, बल्कि एक नारी के सम्मान का प्रतीक है। सेना ने ‘मिशन सिंदूर’ के जरिए यह संदेश दिया कि छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं।
क्या था मिशन सिंदूर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहल गांव में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस हमले में कई महिलाओं के पति मारे गए, जिससे उनकी मांग का सिंदूर उजड़ गया। इसके बाद भारतीय सेना ने ‘मिशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नष्ट कर दिया।
महिलाओं का आभार प्रकट
सेना की इस कार्रवाई से जौनपुर की महिलाओं ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा, हमारी सेना ने महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए जो कदम उठाया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने सरकार और भारतीय सेना के जवानों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया कि भारत की नारी अबला नहीं, बल्कि सबला है।
सेना को सलाम
महिलाओं ने सेना के साहसिक कदम को सलाम करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने न केवल आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि महिलाओं के सम्मान को भी पुनर्स्थापित किया। सिंदूर का बदला पूरा कर लिया गया, उन्होंने गर्व के साथ कहा।