जौनपुर। देश की प्रतिष्ठित सामाजिक एवं साहित्यिक संस्था रूबरू फाउन्डेशन के तत्वावधान में उ0प्र0 हिन्दी साहित्य संस्थान, लखनऊ के निराला सभागार में साहित्य-उत्सव आयोजन के तहत लखनऊ के लब्ध-प्रतिष्ठ साहित्यकार रतन कुमार श्रीवास्तव 'रतन' सहित देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों के तमाम साहित्यकारों को उनके साहित्यिक अवदान के लिए 'साहित्य श्री' सम्मान से सम्मानित किया गया। सभी पुरस्कृत साहित्यकारों को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर उनका सम्मान किया गया। रतन श्रीवास्तव मछलीशहर तहसील के कोटवा गांव के मूल निवासी है।
समारोह की अध्यक्षता महेश चंद्र द्विवेदी, पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश ने तथा कार्यक्रम का खूबसूरत संचालन प्रसिद्ध रेडियो उद्घोषक प्रदीप शुक्ला ने किया। कार्यक्रम में पूर्व आईपीएस अधिकारी हबीबुल हसन, संस्था के सचिव अजहर हुसैन सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे। रूबरू फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष एवं देश के प्रसिद्ध कवि-शायर तथा शिक्षाविद इरशाद राही के अनुसार रूबरू संस्था के माध्यम से देश के उन प्रतिष्ठित साहित्यकारों को 'साहित्य-श्री' सम्मान प्रदान किया गया है, जो साहित्य के विभिन्न विधाओं के माध्यम से देश और समाज की अनवरत सेवा कर रहे हैं। समारोह में उपस्थित तमाम साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं को सुनाकर लोगों का मन मोह लिया। समारोह में नेपाल और निदरलैंड से आए साहित्यकार विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहे। रतन कुमार श्रीवास्तव 'रतन' की कालजयी रचना 'अजब है रीति दुनिया की, गजब की ये सच्चाई है, जो था तुम्हारा, कल तक सारा, वो सब अब बस परछाई हैं' काफी सराही गई।