प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्लाक के ग्राम पंचायत चारों के मनरेगा रोजगार सेवक संतोष कुमार मिश्र ने शनिवार को एंटी करप्शन थाना में दर्ज कराई थी शिकायत। उनका आरोप है कि कई महीनों से उन पर मनरेगा के कार्य को लेकर दबाव डाला जा रहा है, लेकिन वित्तीय स्वीकृति नहीं हो रही। कार्य प्रस्ताव तैयार होने के बाद भी समस्या बनी हुई है।
आपको बता दे कि ग्राम पंचायत में सागरा तालाब पार्ट-एक की खोदाई के लिए प्रस्तावित 6.99 लाख रुपये लागत की पत्रावली को 20 अक्टूबर को वित्तीय स्वीकृति मिली। इस मौके पर एपीओ रोहित कुमार मिश्र को स्वीकृति सौंपी गई, लेकिन उन्होंने इस संदर्भ में 21 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की है। बता दे कि जब संतोष कुमार मिश्र ने 10,000 रुपये दिए, तो एपीओ ने पैसे लेने के बाद कहा कि मैं एकाउंटेंट को बोलकर करा दे रहा हूँ। बाकी के बचे आधे रुपये दूसरी किस्त में देने का कहा। एंटी-करप्शन टीम ने एपीओ को रंगेहाथ पकड़ने के लिए केमिकल लगाकर दस हजार रुपये संतोष कुमार मिश्र को दिए। पूरी टीम ने ब्लाक कार्यालय के पीछे घात लगाया और जैसे ही संतोष कुमार मिश्र ने एपीओ को रुपये दिए, मौका देख टीम ने उन्हें धर दबोचा। एंटी करप्शन की टीम ने एपीओ रोहित कुमार मिश्र को थाने ले गयी और वहा तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराई इसे बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए टीम ने अपने साथ लेकर चली गई।